आभूषण पहनने से स्वास्थय का सम्बन्ध

भारतीय प्राचीन संस्कृति एवं परम्पराएँ हमारे लिए गौरवपूर्ण तथा गर्व करने योग्य हैं। इन परम्पराओं एवं संस्कृति का अपना महत्व, कारण तथा तर्क है। अनेक परम्पराओं से यह परम्परा सभी में बराबर रही है भारतीय नारियों का अनेक प्रकार के आभूषण पहनना, सजना व संवरना। इन आभूषण पहिनने के पीछे छुपे स्वस्थ रहने के कारण थे। आभूषणों को जहाँ जिन अंगों में पहिना जाता था तथा जहाँ संवरने के लिए सौन्दर्य प्रसाधन प्रयोग किए जाते थे वहाँ एक्युप्रेशर के केन्द्र बिन्दु होते हैं ओर उन केन्द्र बिन्दुओं पर दबाव पड़ते रहने से महिलाएँ स्वस्थ एवं प्रसन्न रहती थीं।


आजकल उतने भारी तथा उन सभी अंगों पर आभूषण पहिनने की परम्परा धीरे-धीरे लुप्त हो रही इसीलिए आज की नारियाँ अस्वस्थ एवं टैन्सन में रहती हैं। तो आइए शरीर के उन एक्युप्रेशर के केन्द्र बिन्दुओं को जानने की कोशिश करते हैं जिससे महिलाएँ स्वस्थ रह सकें।