माथे का टीकाव सिंदूर भरना

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भारतीय नारी अपने केसों को संवारते हुए सिर के मध्य में माँग बनाती हैं तथा माँग में सिन्दूर उँगली से अथवा किसी धातु की छड़ी से आगे से पीछे की ओर सिंदूर भरती है। सिन्दूर भरने को जो प्रथम केन्द्र है जहाँ सोने का टीका लटकता है। वहाँ एक्युप्रेशर का केन्द्र बिन्दु होता है जहाँ दबाव पड़ने पर मासिक धर्म की अभियनितता (मासिक धर्म की अधिकता, या अल्पता अथवा एक रूक कर आना या कष्टमय होना) ठीक होता है। आजकल महिलाओं ने सिन्दूर लगाने का स्थान ही बदल दिया है, कोई छोटा सा टीका लगाती हैं तो कोई लगाती ही नहीं हैं।